चित्रांकन - कु. प्राची
मम्मी देखो मेरी डॉल।
खेल रही है यह तो बॉल।।
पढ़ना-लिखना इसे न आता।
खेल-खेलना बहुत सुहाता।।
कॉपी-पुस्तक इसे दिलाना।
विद्यालय में नाम लिखाना।।
मैं गुड़िया को रोज सवेरे।
लाड़ लड़ाऊँगी बहुतेरे।।
विद्यालय में ले जाऊँगी।
क.ख.ग.घ. सिखलाऊँगी।।
|
यह ब्लॉग खोजें
10 फ़रवरी, 2017
बालकविता "क.ख.ग.घ. सिखलाऊँगी" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Valentines Day Gift
जवाब देंहटाएंThis is such a great resource that you are providing.best birthday gifts ideas online
जवाब देंहटाएंBest Birthday Gifts to India Online Delivery in India
जवाब देंहटाएं