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28 अप्रैल, 2012

"सबका मन बहलाते हैं" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")


कभी झगड़ते हैं आपस में,
कभी दोस्त बन जाते हैं।
मन में मैल नहीं रखते जो,
वो बच्चे कहलाते हैं।।

तन से चंचल, भोले-भाले,
नित्य दिखाते खेल निराले,
किस्से-कथा-कहानी में जो,
जिज्ञासा दिखलाते हैं।
मन में मैल नहीं रखते जो,
वो बच्चे कहलाते हैं।।

कुत्ता-बिल्ली, गैया-बकरी,
चिड़िया अच्छी लगती है,
रोज नया कुछ करने की,
मन में अभिलाषा जगती है,
मीठी-मीठी बातों से ये,
सबका मन बहलाते हैं।
मन में मैल नहीं रखते जो,
वो बच्चे कहलाते हैं।।

बच्चे घर की हैं फुलवारी,
बच्चों की है शान निराली,
जाति-पाति और छुआ-छूत ये,
कभी नहीं अपनाते हैं।
मन में मैल नहीं रखते जो,
वो बच्चे कहलाते हैं।।

15 टिप्‍पणियां:

  1. मन में मैल नहीं रखते जो,
    वो बच्चे कहलाते हैं।।

    ....काश यह बचपन की विशेषता सदैव बनी रहे...बहुत सुंदर प्रस्तुति...आभार

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत बढ़िया गीत -

    सादर बधाई ।।



    चौबीस घंटे मस्ती कर के , नए रंग दुनिया में भरता ।

    मन मैला कैसे हो पाए , प्रेम स्वयं प्रक्षालन करता ।

    मस्ती के घंटो से निकले , संस्कार मानवता के स्वर ।

    आज बड़ों की मस्ती गायब, इसीलिए जीवन भर *खरभर ।।

    *शोर-गुल / चिल्ल-पों

    जवाब देंहटाएं
  3. मन में मैल नहीं रखते जो,
    वो बच्चे कहलाते हैं।।
    बहुत सुंदर प्रस्तुति,आभार......

    जवाब देंहटाएं
  4. सुन्दर अभिव्यक्ति | आभार |

    आशा

    जवाब देंहटाएं
  5. बच्चे घर की हैं फुलवारी,
    बच्चों की है शान निराली,
    जाति-पाति और छुआ-छूत ये,
    कभी नहीं अपनाते हैं।
    मन में मैल नहीं रखते जो,
    वो बच्चे कहलाते हैं।।
    बहुत ही प्यारी, दुलारी, मनोहारी कविता.

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत ही अच्छी और सच्ची प्रस्तुति..!!!!

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  7. मन में मैल नहीं रखते जो,वो बच्चे कहलाते हैं।।
    sahi kaha

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  8. बहुत सुंदर सार्थक गीत काश बच्चों जैसा मन सभी रख पाते ....

    जवाब देंहटाएं
  9. बालकविता में बालसुलभ छवि को बड़ी सुन्दरता से उकेरा गया है |

    सुधा भार्गव

    जवाब देंहटाएं
  10. जाति-पाति और छुआ-छूत ये,

    कभी नहीं अपनाते हैं।

    मन में मैल नहीं रखते जो,

    वो बच्चे कहलाते हैं।।
    काश! बडे, बच्चों के मन को आदर्श मानकर अनुसरण करें तो दुनिया की रंगत बदल सकती है।

    जवाब देंहटाएं
  11. मन में मैल नहीं रखते जो,वो बच्चे कहलाते हैं।।
    achcha geet hai

    जवाब देंहटाएं

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