बहुत सुन्दर बाल कविता।
बाल सुलभ रचना है, शब्द साधारण , अपितु मेहनत अत्यधिक की गई है. - विजय तिवारी
बहुत सुन्दर बाल कविता ....
घोड़ा मेरा पसंदीदा जानवर है , कभी कभी पापा भी धोदा बनते है
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कित्ती प्यारी रचना ...बधाई._____________________'पाखी की दुनिया' - बच्चों के ब्लॉगस की चर्चा 'हिंदुस्तान' अख़बार में भी
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बहुत सुन्दर बाल कविता।
जवाब देंहटाएंबाल सुलभ रचना है, शब्द साधारण , अपितु मेहनत अत्यधिक की गई है.
जवाब देंहटाएं- विजय तिवारी
बहुत सुन्दर बाल कविता ....
जवाब देंहटाएंघोड़ा मेरा पसंदीदा जानवर है , कभी कभी पापा भी धोदा बनते है
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जवाब देंहटाएंकित्ती प्यारी रचना ...बधाई.
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