टॉम-फिरंगी प्यारे-प्यारे। दोनों चौकीदार हमारे।। हमको ये लगते हैं अच्छे। दोनों ही हैं सीधे-सच्चे।। यह हैं नित्य नियम से न्हाते। खुश होकर साबुन मलवाते।। बाँध चेन में इनको लाते। बाबा कंघी से सहलाते।। इन्हे नहीं कहना बाहर के। संगी-साथी ये घरभर के।। सुन्दर से हैं बहुत सलोने। दोनों ही हैं स्वयं खिलौने।। |
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02 नवंबर, 2010
“टॉम-फिरंगी…चौकीदार हमारे!” (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
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बहुत प्यारे टॉमी और फिरंगी .... मेरे पास कैंडी है :)
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया!
जवाब देंहटाएंटॉम-फिरंगी तो सच में बहुत प्यारे प्यारे है...
जवाब देंहटाएंआज मेरे ब्लॉग पर देखे डॉग परेड :)
अनुष्का
बहुत प्यारे टॉमी और फिरंगी.....और आपकी कविता भी ..... दिवाली की शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया,
जवाब देंहटाएंआप ओर आप के परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
अच्छा - सुंदर - बढ़िया !
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