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30 सितंबर, 2011

"दादी जियो हजारों साल" (प्रांजल-प्राची)


 
हम बच्चों के जन्मदिवस को,
धूम-धाम से आप मनातीं।
रंग-बिरंगे गुब्बारों से,
पूरे घर को आप सजातीं।।

आज मिला हमको अवसर ये,
हम भी तो कुछ कर दिखलाएँ।
दादी जी के जन्मदिवस को,
साथ हर्ष के आज मनाएँ।।

अपने नन्हें हाथों से हम,
तुमको देंगे कुछ उपहार।
बदले में हम माँग रहे हैं,
दादी से प्यार अपार।।

अपने प्यार भरे आँचल से,
दिया हमें है साज-सम्भाल।
यही कामना हम बच्चों की
दादी जियो हजारों साल।।

8 टिप्‍पणियां:

  1. अपने नन्हें हाथों से हम,
    तुमको देंगे कुछ उपहार।
    बदले में हम माँग रहे हैं,
    दादी से प्यार अपार।।

    बहुत सुन्दर...मेरी ओर से भी जन्मदिन की शुभकामनाएँ|

    जवाब देंहटाएं
  2. हमारी ओर से भी भारती जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें और बधाइयाँ।

    जवाब देंहटाएं
  3. कोटि कोटि सादर शुभकामनाएं !

    जवाब देंहटाएं
  4. अपने नन्हें हाथों से हम,
    तुमको देंगे कुछ उपहार।
    बदले में हम माँग रहे हैं,
    दादी से प्यार अपार।।... बहुत सुन्दर...हमारी तरफ से दादी जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें और बधाइयाँ।

    जवाब देंहटाएं

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