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22 फ़रवरी, 2014

“बिन वेतन का चौकीदार” (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')

मेरी बालकृति नन्हें सुमन से
बालकविता

“बिन वेतन का चौकीदार”

टॉम हमारा कितना अच्छा! 
लगता है यह सीधा सच्चा!!
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 ठण्डे जल से रोज नहाता! 
फिर मुझसे कंघी करवाता!!  
IMG_1118  बड़े-बड़े हैं इसके बाल! 
एक आँख है इसकी लाल!! 
IMG_1116घर भर को है इससे प्यार! 
प्राची करती इसे दुलार!! 
बिन वेतन का चौकीदार! 
सच्चा है यह पहरेदार!!

2 टिप्‍पणियां:

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