कह दिया मेरे सुमन ने आज सुन्दर।
तार वीणा के बजे बिन साज सुन्दर ।।
ज्ञान की गंगा बही, विज्ञान पुलकित हो गया,
आकाश झंकृत हो गया, संसार हर्षित हो गया,
नाम से माँ के हुआ आगाज़ सुन्दर ।
तार वीणा के बजे बिन साज सुन्दर ।।
बेसुरे से राग में, अनुराग भरने को चला हूँ,
मैं बिना पतवार, सरिता पार करने को चला हूँ,
माँ कृपा करदो, बनें सब काज सुन्दर ।
तार वीणा के बजे बिन साज सुन्दर ।।
वन्दना है आपसे, रसना में माँ रस-धार दो,
लेखनी चलती रहे, शब्दो को माँ आधार दो,
असुर भागें, हो सुरो का राज सुन्दर ।
तार वीणा के बजे बिन साज सुन्दर ।। |
it's a great post
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EINDIAWEBGURU
असुर भागें, हो सुरो का राज नाइस।
जवाब देंहटाएंतार वीणा के बजे बिन साज नाइस।।
बहुत नाईस. शुभकामनाएं.
रामराम.
नाईस -शब्द ही ब्रह्म है साबित हो गया
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रार्थना .. ये ब्लॉग तो मैने नहीं देखा था !!
जवाब देंहटाएंvery nice .......jab nice aa hi gaya to sab nice hi hona hai.
जवाब देंहटाएं<= NICE =>
जवाब देंहटाएंबहुत ही नाइस , पतवारें तो होती बहाना हैं , दम अपना कोई भुलाए न |
जवाब देंहटाएंबहुत ख़ूबसूरत रचना लिखा है आपने! बधाई!
जवाब देंहटाएंVery "NICE" :)
जवाब देंहटाएंAabhar
http://kavyamanjusha.blogspot.com/
कह दिया मेरे सुमन ने आज नाइस।
जवाब देंहटाएंतार वीणा के बजे बिन साज नाइस।। nice
thanks sir ji
Sachmuch nice...
जवाब देंहटाएंनाम से माँ के हुआ आगाज़ नाइस।
जवाब देंहटाएंतार वीणा के बजे बिन साज नाइस।।
बढ़िया आगाज के लिए बधाई ।
तार वीणा के बजे बिन साज नाइस।।सुंदर रचना..nice..nice...nice...kmalesh
जवाब देंहटाएंज्ञान की गंगा बही, विज्ञान पुलकित हो गया,
जवाब देंहटाएंआकाश झंकृत हो गया, संसार हर्षित हो गया,
नाम से माँ के हुआ आगाज़ नाइस।
तार वीणा के बजे बिन साज नाइस।।
bahut hi khubsurat Prarthna...
शोभनं.....शोभनं....अति शोभनं!
जवाब देंहटाएं....nice!!!
जवाब देंहटाएंहा हा हा
जवाब देंहटाएंमुझे नहीं पता था कि नाइस पर भी एक पोस्ट लिखी गई है :)
bhut khub nyaa or bhut ahchaa andaaz he mzaa aa gyaa mubark ho dusri mubarkbaad dipaavli ki bhi svikaaren. akhtar khan akela kota rajsthan
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