आयी होली, आई होली। रंग-बिरंगी आई होली। मुन्नी आओ, चुन्नी आओ, रंग भरी पिचकारी लाओ, मिल-जुल कर खेलेंगे होली। रंग-बिरंगी आई होली।। मठरी खाओ, गुँजिया खाओ, पीला-लाल गुलाल उड़ाओ, मस्ती लेकर आई होली। रंग-बिरंगी आई होली।। रंगों की बौछार कहीं है, ठण्डे जल की धार कहीं है, भीग रही टोली की टोली। रंग-बिरंगी आई होली।। परसों विद्यालय जाना है, होम-वर्क भी जँचवाना है, मेहनत से पढ़ना हमजोली। रंग-बिरंगी आई होली।। |
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25 फ़रवरी, 2010
“आई होली! आई होली!!” (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री “मयंक”)
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waah waah...........bahut hi sundar baal geet.
जवाब देंहटाएंमेहनत से पढ़ना हमजोली।
जवाब देंहटाएंरंग-बिरंगी आई होली.nice
Bahut sundar rachana baccho ko tyohar aur padhai dono ke maze lene ki sikh deti hui!!
जवाब देंहटाएंSadar
chalo bachchon main bhi aai, abeer gulal saath mein laai.......holi haiiiiiiiiiiii
जवाब देंहटाएंपरसों विद्यालय जाना है,
जवाब देंहटाएंहोम-वर्क भी जँचवाना है,
मेहनत से पढ़ना हमजोली।
रंग-बिरंगी आई होली।।
bahut badhiya holi ka bal geet hai.
मठरी खाओ, गुँजिया खाओ,
जवाब देंहटाएंपीला-लाल गुलाल उड़ाओ,
मस्ती लेकर आई होली।
रंग-बिरंगी आई होली।।
HOLI KI SHUBHKAAMNAAYEN.
wah bahut sunder.
जवाब देंहटाएंnice. nice. nice.
HAPPY HOLI
मयंक जी!
जवाब देंहटाएंसुन्दर बाल गीत के लिए बधाई!
wah mausa ji bahut achha geet hai
जवाब देंहटाएंhappy holi.