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01 जून, 2010

“शायद वर्षा जल्दी आये” (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री “मयंक”)

टर्र-टर्र मेंढक टर्राए!
शायद वर्षा जल्दी आये!

बाजारों में आम आ गये,
अमलतास पर फूल छा गये,
लेकिन बारिस नजर न आये!

टर्र-टर्र मेंढक टर्राए!
शायद वर्षा जल्दी आये!

सूख गये सब ताल-तलैय्या, 
छोटू कहाँ चलाए नैय्या!
सबको गर्मी बहुत सताए!

टर्र-टर्र मेंढक टर्राए!
शायद वर्षा जल्दी आये!

10 टिप्‍पणियां:

  1. सुन्दर बाल गीत...शायद गर्मी से जल्दी राहत मिले

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  2. बारिश जल्दी आएगी..अपनी भी यही दुआ

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  3. अब तो आपका यह बाल गीत पढ़कर बारिश जल्दी ही आ जाएगी. फ़िलहाल यहाँ अंडमान में तो बारिश हो रही है...सुन्दर बाल गीत.

    _________________
    'पाखी की दुनिया' में ' अंडमान में आया भूकंप'

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  4. आप ने कह दिया वर्षा जरुर आयेंगी

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  5. बहुत सुन्दर और प्यारा बाल गीत! उम्मीद करती हूँ कि जल्द से जल्द बारिश हो और सबको इस गर्मी से राहत मिले!

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  6. ab mendak ko tarraiye ya aam ka mausam bulaiye....kuchh b kariye magar is barish ko jaldi bulaiye pls. kaho to khoob jor se aapke peechhe peechhe is kavita ko bolti hu...par barish ko bulaiye na jaldi.
    ha.ha.ha.
    acchhi rachna.

    जवाब देंहटाएं
  7. सुन्दर बाल-गीत. यहाँ अंडमान में तो खूब बारिश हो रही है...


    ________________________
    कल 7 जून को 'पाखी कि दुनिया' में समीर अंकल जी की प्यारी सी कविता पढना ना भूलियेगा.

    जवाब देंहटाएं
  8. सुन्दर बाल-गीत. यहाँ अंडमान में तो खूब बारिश हो रही है...


    ________________________
    कल 7 जून को 'पाखी कि दुनिया' में समीर अंकल जी की प्यारी सी कविता पढना ना भूलियेगा.

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