मेरी बालकृति नन्हें सुमन से![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhqt4lM5xa_Oi5YL5-vD6GrSCXydqLha3pV4Cks44Hg9093KGBDFlEXAGFapT6ixRDzD6T3E-qXYCp7qWGChks884yJ3puDdzP0ypaWEYOdJ0Xoky6m7YWVP9lV-LbRI0Oapk-UDpkwpTWK/s400/rose_garden_s+copy.jpg) एक बाल कविता "काली गइया" सुन्दर-सुन्दर गाय हमारी। काली गइया कितनी प्यारी।।
जब इसको आवाज लगाओ। काली कह कर इसे बुलाओ।।।
तब यह झटपट आ जाती है। अम्मा कह कर रम्भाती है।।
यह इसका है छोटा बछड़ा। अक्सर करता रहता झगड़ा।।
जब यह भूखा हो जाता है। जोर-जोर से चिल्लाता है।।
रस्सी खोल इसे हम लाते। काली का दुद्धू पिलवाते।।
मम्मी बर्तन लेकर आती। थोड़ा दूध दूह कर लाती।।
गाय हमारी गौमाता है। दूध-दही की यह दाता है।। |
सुन्दर बाल कविता
जवाब देंहटाएंसहज सरल शैली में सुन्दर बाल गीत।
जवाब देंहटाएंरस्सी खोल इसे हम लाते।
काली का दुद्धू पिलवाते।।