![]() बगुला भगत बना है कैसा? लगता एक तपस्वी जैसा।। अपनी धुन में अड़ा हुआ है। एक टाँग पर खड़ा हुआ है।। धवल दूध सा उजला तन है। जिसमें बसता काला मन है।। मीनों के कुल का घाती है। नेता जी का यह नाती है।। बैठा यह तालाब किनारे। छिपी मछलियाँ डर के मारे।। पंखों को यह नोच रहा है। आँख मूँद कर सोच रहा है।। मछली अगर नजर आ जाये। मार झपट्टा यह खा जाये।। इसे देख धोखा मत खाना। यह ढोंगी है जाना-माना।। |
यह ब्लॉग खोजें
31 जनवरी, 2017
बालकविता "लगता एक तपस्वी जैसा" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
best birthday gifts to India online
जवाब देंहटाएंMovers and Packers in Bangalore | Packers and Movers in Bengaluru
जवाब देंहटाएंHappy Valentines Gift Ideas Online
जवाब देंहटाएंBest order Online Gifts Delivery in India
जवाब देंहटाएं