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15 नवंबर, 2010

“गौमाता” (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री “मयंक”)

black cow_1सुन्दर-सुन्दर गाय हमारी।
काली गइया कितनी प्यारी।।

जब इसको आवाज लगाओ।
काली कह कर इसे बुलाओ।।।

तब यह झटपट आ जाती है।
अम्मा कह कर रम्भाती है।।
23022009290यह इसका है छोटा बछड़ा।
अक्सर करता रहता झगड़ा।।

जब यह भूखा हो जाता है।
जोर-जोर से चिल्लाता है।।

रस्सी खोल इसे हम लाते।
काली का दुद्धू पिलवाते।।

मम्मी बर्तन लेकर आती।
थोड़ा दूध दूह कर लाती।।

गाय हमारी गौमाता है।
दूध-दही की यह दाता है।।

12 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत बढ़िया बालगीत मनमोहक लगा..... आभार पंडित जी

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  2. बहुत ही सुंदर गीत है जी
    आभार

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  3. बहुत सुन्दर गीत ...प्रभावी

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  4. चित्रों के माध्यम से बच्चों को गाय के बारे में बहुत ही रोचक और सरस तरीके से बताया है.

    सादर

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  5. शास्त्री जी ..छोटे बच्चो के लिए लिखी यह कविता तो हम बडो को भी बेहद बेहद भा रही है..बहुत सुन्दर कविता गाय पर..

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  6. बहुत ही मनोहारी गीत्…………सुन्दर प्रस्तुति।

    जवाब देंहटाएं

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