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03 नवंबर, 2011

"खीरा होता है गुणकारी" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")

सूरत इसकी कितनी प्यारी।
खीरा होता है गुणकारी।।

हरा-भरा है और मुलायम।
सबका मोह रहा है यह मन।।

छीलो-काटो नमक लगा लो।
नींबू का थोड़ा रस डालो।।

भूख बढ़ाता, गैस हटाता।
बीमारी को दूर भगाता।।

चाहे तो रायता बनाओ।
या इसको सलाद में खाओ।।

अपने मुँह का स्वाद बढ़ाओ।
नित्य-नियम से घर में लाओ।।

13 टिप्‍पणियां:

  1. खीरे के गुणों को बखान करती सुंदर बाल कविता

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  2. अरे वाह!इस बार खीरा...

    हरा-भरा है और मुलायम।
    सबका मोह रहा है यह मन।।

    मनभावन कविता|

    जवाब देंहटाएं
  3. खीरे के गुणो को दर्शाती सुन्दर बाल कविता।

    जवाब देंहटाएं
  4. आदरणीय शास्त्री जी अभिवादन ..सुन्दर ज्ञान वर्धक रचना ..खीरा तो मेरा बहुत प्रिय है ...सब इस का लाभ लें
    भ्रमर ५

    भूख बढ़ाता, गैस हटाता।
    बीमारी को दूर भगाता।।

    चाहे तो रायता बनाओ।
    या इसको सलाद में खाओ।।

    जवाब देंहटाएं
  5. खीरे के गुणों को बतलाती कविता!
    बहुत अच्छा !

    जवाब देंहटाएं
  6. बच्चों के लिए बहुत अच्छा लिखा है सर! मगर खीरा मुझे नहीं पसंद :(

    सादर

    जवाब देंहटाएं
  7. aadarniy sir
    bahut hi gunkaari khirra
    dur kare ye sabki pida
    bahut hi sundar v komal abhivyakti
    hardik abhinandan
    poonam

    जवाब देंहटाएं

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